नई दिल्ली:
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री Rajiv Gandhi की 81वीं जयंती पर आज पूरे देश ने उन्हें याद किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेताओं और लाखों समर्थकों ने इस मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। Rajiv Gandhi, जिन्होंने 1984 से 1989 तक भारत का नेतृत्व किया, आधुनिक भारत के निर्माता और सबसे युवा प्रधानमंत्री के रूप में हमेशा याद किए जाते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर Rajiv Gandhi को याद करते हुए लिखा: “आज उनकी जयंती पर, पूर्व प्रधानमंत्री श्री Rajiv Gandhi जी को मेरी श्रद्धांजलि।” पीएम मोदी का यह संदेश इस बात का प्रमाण है कि राजनीति की भिन्नताओं के बावजूद, भारत ने Rajiv Gandhi के योगदान को कभी नहीं भुलाया।
कांग्रेस नेताओं ने वीर भूमि पर दी श्रद्धांजलि
दिल्ली स्थित वीर भूमि पर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, वायनाड से सांसद राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने Rajiv Gandhi को पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा और उनके बेटे रेहान वाड्रा भी मौजूद रहे।
कांग्रेस ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा: “आधुनिक भारत के निर्माता, भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री Rajiv Gandhi जी की जयंती पर हम उन्हें कोटि-कोटि नमन करते हैं। इस सद्भावना दिवस पर, हम उनके सपनों को याद करते हुए उनके संकल्प को पूरा करने का संकल्प दोहराते हैं।”https://x.com/INCIndia/status/1957995158395347289
Rajiv Gandhi: सबसे युवा प्रधानमंत्री
20 अगस्त 1944 को बॉम्बे (अब मुंबई) में जन्मे Rajiv Gandhi भारतीय राजनीति के सबसे प्रभावशाली नेताओं में गिने जाते हैं। इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 1984 में उन्होंने मात्र 40 वर्ष की आयु में प्रधानमंत्री पद संभाला। वे भारतीय इतिहास के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने। उनका कार्यकाल 1989 तक चला और इस दौरान उन्होंने भारत को तकनीकी क्रांति की ओर अग्रसर किया।
सद्भावना दिवस के रूप में मनाई जाती है जयंती
Rajiv Gandhi की जयंती हर साल सद्भावना दिवस के रूप में मनाई जाती है। इस दिन का उद्देश्य समाज में शांति, सद्भाव और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना है। Rajiv Gandhi का मानना था कि भारत की असली ताकत उसकी विविधता और एकता में है। उनके इस संदेश को आगे बढ़ाने के लिए कांग्रेस पार्टी और समर्थक आज भी इस दिन को विशेष रूप से मनाते हैं।
जीवन और विरासत
Rajiv Gandhi ने न केवल तकनीकी और सूचना प्रौद्योगिकी को बढ़ावा दिया, बल्कि युवाओं को मतदान का अधिकार देने और पंचायती राज को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे शिक्षा और ग्रामीण विकास के बड़े समर्थक थे।
दुर्भाग्यवश, 21 मई 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक आत्मघाती हमले में उनकी हत्या कर दी गई। उनकी असमय मृत्यु ने पूरे देश को झकझोर दिया। लेकिन उनकी सोच और योगदान आज भी भारत के विकास की राह में मार्गदर्शक बने हुए हैं।
निष्कर्ष
Rajiv Gandhi को आधुनिक भारत के शिल्पकार के रूप में याद किया जाता है। प्रधानमंत्री मोदी से लेकर कांग्रेस नेताओं तक, हर कोई उनके योगदान को सम्मान देता है। उनकी 81वीं जयंती पर दी गई श्रद्धांजलियां इस बात का प्रतीक हैं कि समय बीत जाने के बावजूद Rajiv Gandhi की छवि और योगदान भारतीय राजनीति और समाज में सदैव जीवित रहेंगे।