Vash 2 समीक्षा: हॉरर और इमोशन का मिला-जुला अनुभव
Vash 2 हाल ही में रिलीज़ हुई और दर्शकों के बीच चर्चा का बड़ा विषय बनी हुई है। यह फिल्म 2023 की हिट गुजराती फिल्म वश का सीक्वल है, जिसे कृष्णदेव याज्ञनिक ने निर्देशित किया है। जहां पहली फिल्म ने दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी थी, वहीं Vash 2 को लेकर उम्मीदें भी बहुत ऊँची थीं। लेकिन यह फिल्म दर्शकों की उन उम्मीदों पर पूरी तरह खरी नहीं उतर पाई।
Vash 2 की कहानी और थीम
Vash 2 मासूमियत के भ्रष्ट होने और इंसानी भावनाओं के साथ खेलते डर की गहराई को दिखाने की कोशिश करती है। फिल्म का हॉरर तत्व दर्शकों को झकझोरने वाला है, लेकिन पटकथा कई जगह बिखरी हुई नज़र आती है। पहले हिस्से में फिल्म दर्शकों को जोड़ने में कामयाब होती है, लेकिन जैसे-जैसे यह आगे बढ़ती है, गति और कसावट कमजोर होती चली जाती है।
निर्देशन और अभिनय
कृष्णदेव याज्ञनिक ने Vash 2 को तीव्र हॉरर और मनोवैज्ञानिक पहलुओं पर केंद्रित किया है। फिल्म में कई ऐसे दृश्य हैं जो डराने और बेचैन करने में सफल रहते हैं। कलाकारों का अभिनय भी प्रभावशाली है और कई जगह दर्शकों को सीट से हिलने नहीं देता। लेकिन कमजोर पटकथा और धीमी रफ्तार के कारण फिल्म अपने असर को अंत तक बरकरार नहीं रख पाती।
Vash 2 बनाम पहली फिल्म
सीक्वल हमेशा चुनौतीपूर्ण होते हैं क्योंकि दर्शकों की तुलना पहली फिल्म से होती है। वश की सफलता के बाद, Vash 2 से बड़ी उम्मीदें थीं। हालांकि, इसमें तकनीकी और विज़ुअल स्तर पर सुधार तो दिखाई देता है, लेकिन कहानी कहने का तरीका कहीं-कहीं निराश करता है।
प्रोडक्शन और अन्य खास बातें
Vash 2 का निर्माण कल्पेश सोनी और क्रुणाल सोनी ने किया है। खास बात यह है कि 2023 की इसी गुजराती फिल्म वश का हिंदी रीमेक अजय देवगन की फिल्म शैतान के रूप में बनकर चर्चा में आ चुका है। इस वजह से भी दर्शकों की नजरें Vash 2 पर थीं।
कुल मिलाकर Vash 2 एक ऐसा अनुभव है जो डर और इमोशन दोनों को जोड़ता है। हालांकि इसमें कई सशक्त दृश्य और शानदार अभिनय है, लेकिन इसकी अव्यवस्थित कहानी और धीमी रफ्तार दर्शकों को पूरी तरह संतुष्ट नहीं कर पाती। हॉरर फिल्मों के शौकीनों के लिए यह फिल्म देखने लायक हो सकती है, लेकिन वश जैसी कसावट और असरदार कहानी की उम्मीद करने वाले दर्शकों को शायद थोड़ी निराशा हो।