Arun Gawli: गैंगस्टर से नेता और अब जेल से बाहर – पूरी कहानी
मुंबई का नाम जब अंडरवर्ल्ड की कहानियों में लिया जाता है, तो Arun Gawli का नाम हमेशा सामने आता है। अंडरवर्ल्ड की गलियों से लेकर राजनीति की ऊँचाइयों तक का सफर तय करने वाले Arun Gawli की ज़िंदगी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं रही। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से ज़मानत मिलने के बाद 76 वर्षीय Arun Gawli नागपुर सेंट्रल जेल से रिहा हुए। वे 2007 में शिवसेना पार्षद कमलाकर जामसांडेकर की हत्या के मामले में उम्रकैद की सज़ा काट रहे थे।
Arun Gawli का जन्म और शुरुआती दिन
Arun Gawli का जन्म 1955 में पुणे ज़िले के कोपरगढ़ गांव में हुआ। बेहतर जीवन की तलाश में उनका परिवार मुंबई आया और गिरगांव में बस गया। गरीबी और बेरोज़गारी के बीच Arun Gawli ने शुरुआत में मिल वर्कर का काम किया। लेकिन धीरे-धीरे उनका झुकाव अपराध की दुनिया की ओर हो गया।
1970 और 1980 के दशक में, मुंबई में मिल बंद होने लगीं और कामगार बेरोज़गार हो गए। इन्हीं हालातों में Arun Gawli ने गिरगांव और बायकुला इलाके में अपना दबदबा बनाना शुरू किया। यहीं से उनकी पहचान एक छोटे गुंडे से एक बड़े गैंगस्टर के रूप में बनने लगी।
Arun Gawli और अंडरवर्ल्ड में उभार
मुंबई का अंडरवर्ल्ड उस समय दाऊद इब्राहिम के D-Company के नियंत्रण में था। लेकिन बायकुला और दगड़ी चॉल में Arun Gawli ने अपना गैंग बना लिया। धीरे-धीरे वे दाऊद इब्राहिम के सबसे बड़े प्रतिद्वंदी के रूप में उभरे। दगड़ी चॉल से ऑपरेट होने वाले उनके संगठन को “डैडी गैंग” कहा जाने लगा।
Arun Gawli का गैंग हत्या, रंगदारी, सुपारी किलिंग और जमीन कब्ज़े जैसे अपराधों में सक्रिय था। 1980 और 1990 के दशक में उनका आतंक इतना बढ़ा कि पुलिस के लिए भी उन्हें पकड़ना आसान नहीं था।
Arun Gawli और राजनीति में एंट्री
1990 के दशक के आखिर में Arun Gawli ने अपराध की दुनिया से राजनीति की तरफ रुख किया। उन्होंने “अखिल भारतीय सेना” नाम की पार्टी बनाई और इसे गरीबों और मराठी मानुष का समर्थन हासिल हुआ। 2004 में वे चेंबूर से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव जीते और विधायक बने।
राजनीति में आने के बाद भी Arun Gawli की छवि गैंगस्टर वाली बनी रही। उन्हें जनता “डैडी” के नाम से पुकारती थी, और दगड़ी चॉल आज भी उनकी ताकत का गढ़ मानी जाती है।
Arun Gawli पर हत्या का मामला
2007 में शिवसेना पार्षद कमलाकर जामसांडेकर की हत्या कर दी गई। पुलिस जांच में सामने आया कि इस हत्या के पीछे Arun Gawli और उनके गैंग का हाथ है। उन्हें उम्रकैद की सज़ा सुनाई गई और वे नागपुर सेंट्रल जेल में बंद कर दिए गए।
17 साल बाद जेल से बाहर Arun Gawli
सुप्रीम कोर्ट ने पाया कि Arun Gawli 17 साल से जेल में हैं और उनकी अपील अब तक लंबित है। साथ ही, उनकी उम्र 76 साल हो चुकी है। इन परिस्थितियों को देखते हुए कोर्ट ने उन्हें ज़मानत दे दी। बुधवार दोपहर 12.30 बजे के करीब Arun Gawli नागपुर जेल से बाहर निकले और समर्थकों ने उनका स्वागत किया।
Arun Gawli की विरासत
आज भी दगड़ी चॉल में Arun Gawli का नाम इज़्ज़त और खौफ दोनों के साथ लिया जाता है। वे एक ओर मुंबई अंडरवर्ल्ड की खूनी कहानियों का हिस्सा हैं, वहीं दूसरी ओर गरीबों और आम लोगों के “डैडी” भी कहलाते हैं। अपराध और राजनीति का यह अनोखा मिश्रण उन्हें भारतीय इतिहास की सबसे विवादित शख्सियतों में से एक बनाता है।
Arun Gawli पर बनी फ़िल्में
Arun Gawli की ज़िंदगी इतनी दिलचस्प और विवादों से भरी रही है कि बॉलीवुड ने भी इसे बड़े पर्दे पर उतारने की कोशिश की।
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Daddy (2017)
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यह फ़िल्म Arjun Rampal ने प्रोड्यूस और एक्ट दोनों की।
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फ़िल्म पूरी तरह Arun Gawli की ज़िंदगी, दगड़ी चॉल से गैंगस्टर बनने तक और फिर राजनीति में कदम रखने तक की कहानी दिखाती है।
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Arjun Rampal ने Arun Gawli का किरदार निभाया और उनके लुक को हूबहू कॉपी किया।
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Company (2002)
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Ram Gopal Varma की इस फ़िल्म में Arun Gawli और Dawood Ibrahim के गैंगवार को काल्पनिक अंदाज़ में दिखाया गया।
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Vivek Oberoi और Ajay Devgn के किरदारों को आंशिक रूप से Arun Gawli और Dawood से प्रेरित माना जाता है।
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Dagdi Chawl (2015 – Marathi Movie)
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यह मराठी फ़िल्म पूरी तरह Arun Gawli के दगड़ी चॉल वाले दौर पर आधारित है।
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इसमें दिखाया गया कि कैसे चॉल में रहते हुए Arun Gawli का गैंग बना और उन्होंने मुंबई अंडरवर्ल्ड में अपनी पहचान बनाई।
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Dagdi Chawl 2(2022 – Hindi Movie)
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👉 इन फ़िल्मों ने Arun Gawli की लोकप्रियता को और बढ़ाया और आज भी लोग उनके किरदार को पर्दे पर देखना चाहते हैं।
FAQ on Arun Gawli
Q1. Arun Gawli कौन हैं?
Arun Gawli मुंबई के मशहूर अंडरवर्ल्ड डॉन और बाद में नेता बने व्यक्ति हैं। उन्हें “डैडी” के नाम से भी जाना जाता है। Arun Gawli ने 1980 और 1990 के दशक में दगड़ी चॉल से अपना गैंग चलाया और बाद में राजनीति में प्रवेश किया।
Q2. Arun Gawli को जेल क्यों हुई थी?
2007 में शिवसेना पार्षद कमलाकर जामसांडेकर की हत्या के मामले में Arun Gawli को उम्रकैद की सज़ा सुनाई गई थी। वे नागपुर सेंट्रल जेल में 17 साल तक कैद रहे।
Q3. Arun Gawli को जेल से कब रिहा किया गया?
सितंबर 2025 में सुप्रीम कोर्ट ने Arun Gawli को ज़मानत दी। कोर्ट ने उनकी 17 साल की जेल और 76 साल की उम्र को ध्यान में रखते हुए राहत दी।
Q4. Arun Gawli का राजनीति से क्या रिश्ता है?
Arun Gawli ने 1990 के दशक में राजनीति में एंट्री की और “अखिल भारतीय सेना” पार्टी बनाई। 2004 में वे महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुने गए और विधायक बने।
Q5. Arun Gawli को “डैडी” क्यों कहा जाता है?
मुंबई के दगड़ी चॉल और आस-पास के इलाकों में गरीब और आम लोग Arun Gawli को अपना सहारा मानते थे। इसी कारण उन्हें “डैडी” कहा जाने लगा।
Q6. Arun Gawli और दाऊद इब्राहिम का क्या संबंध था?
Arun Gawli ने 1980 और 1990 के दशक में दाऊद इब्राहिम की D-Company को चुनौती दी। वे दाऊद के सबसे बड़े प्रतिद्वंदी के रूप में मशहूर हुए और मुंबई अंडरवर्ल्ड में अपनी अलग पहचान बनाई।