🌸 गणेश विसर्जन 2025: जानें शुभ Ganesh Visarjan Muhurat, अनंत चतुर्दशी का महत्व और लालबागचा राजा की भव्य विदाई

गणेशोत्सव की 10 दिवसीय भक्ति और उल्लास यात्रा का समापन गणेश विसर्जन से होता है। यह क्षण केवल भगवान गणेश की प्रतिमा को जल में विसर्जित करने का नहीं, बल्कि उन्हें प्रेम और आशीर्वाद के साथ कैलाश पर्वत की ओर विदा करने का होता है। इस साल Ganesh Visarjan Muhurat 6 सितंबर 2025, शनिवार को अनंत चतुर्दशी के दिन पड़ रहा है।
🙏 गणेश विसर्जन 2025 की तारीख

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तिथि: शनिवार, 6 सितंबर 2025
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चतुर्दशी आरंभ: सुबह 3:12 (6 सितंबर)
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चतुर्दशी समाप्त: सुबह 1:41 (7 सितंबर)
यह दिन विशेष इसलिए भी है क्योंकि अनंत चतुर्दशी पर भक्त भगवान विष्णु के अनंत रूप की पूजा करते हैं। इस प्रकार भक्तों को दोहरा आशीर्वाद प्राप्त होता है।
🕉️ गणेश विसर्जन मुहूर्त (Ganesh Visarjan Muhurat)
नीचे तालिका में 6 सितंबर 2025 को Ganesh Visarjan Muhurat के सभी शुभ समय दिए गए हैं:
समयावधि | मुहूर्त प्रकार | समय सीमा |
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सुबह | शुभ | 7:36 AM – 9:10 AM |
दोपहर | चर, लाभ, अमृत | 12:19 PM – 5:02 PM |
शाम | लाभ | 6:37 PM – 8:02 PM |
रात्रि | शुभ, अमृत, चर | 9:28 PM – 1:45 AM (7 सित.) |
प्रातः (अगले दिन) | लाभ | 4:36 AM – 6:02 AM (7 सित.) |
👉 इससे स्पष्ट है कि भक्त दिन, शाम या रात्रि में अपने अनुकूल समय अनुसार भगवान गणेश का विसर्जन कर सकते हैं।
🌟 लालबागचा राजा का विसर्जन – मुंबई की सबसे भव्य विदाई
Live Footage Courtesy :
Visarjan Ceremony Live Telecast Of Lalbaugcha Raja 2025 By Lalbaugcha Raja Youtube.

गणेशोत्सव की पहचान केवल घर-घर में स्थापित बप्पा से नहीं, बल्कि मुंबई के लालबागचा राजा से भी है। हर साल करोड़ों भक्त लालबागचा राजा के दर्शन करते हैं और उनकी एक झलक पाने के लिए लंबी कतारों में खड़े रहते हैं।
लालबागचा राजा का विसर्जन गणेशोत्सव का सबसे लंबा और सबसे भव्य जुलूस होता है।
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हजारों ढोल-ताशों की गूंज
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भक्ति गीत और मंत्रोच्चार
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लाखों श्रद्धालुओं का समुद्र
यह जुलूस कई घंटों तक चलता है और अगले दिन सुबह तक समुद्र किनारे पहुँचकर लालबागचा राजा को विदाई दी जाती है।
🌼 विसर्जन का आध्यात्मिक महत्व
गणेश विसर्जन केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि जीवन का एक गहरा आध्यात्मिक संदेश है।
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मिट्टी से बनी प्रतिमा का जल में मिलना हमें सिखाता है कि जीवन अस्थायी है।
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विसर्जन का अर्थ है अहंकार, नकारात्मकता और बुराइयों को त्यागकर नई शुरुआत करना।
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भक्त बप्पा से यही प्रार्थना करते हैं – “अगले साल तू जल्दी आना और हमें फिर से आशीर्वाद देना।”
Ganesh Visarjan Muhurat 2025 न केवल समय की गणना है, बल्कि श्रद्धा और भावनाओं का संगम है। चाहे घर में छोटे गणपति का विसर्जन हो या फिर लालबागचा राजा का भव्य जुलूस, हर जगह आस्था, भक्ति और प्रेम का वही उत्साह देखने को मिलता है।
गणपति बप्पा मोरया!
अगले साल तू जल्दी आना 🙏Read more
🔹 FAQs (SEO Friendly)
Q1: गणेश विसर्जन 2025 कब है?
👉 गणेश विसर्जन 2025 शनिवार, 6 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के दिन होगा।
Q2: Ganesh Visarjan Muhurat 2025 का शुभ समय क्या है?
👉 द्रिक पंचांग के अनुसार शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं –
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सुबह: 7:36 – 9:10
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दोपहर: 12:19 – 5:02
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शाम: 6:37 – 8:02
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रात्रि: 9:28 – 1:45 (7 सितंबर तक)
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प्रातः: 4:36 – 6:02 (7 सितंबर)
Q3: लालबागचा राजा का विसर्जन कब होता है?
👉 लालबागचा राजा का विसर्जन सबसे भव्य जुलूस होता है, जो 6 सितंबर की शाम से शुरू होकर अगले दिन सुबह तक समुद्र किनारे पहुँचकर संपन्न होता है।
Q4: गणेश विसर्जन का आध्यात्मिक महत्व क्या है?
👉 विसर्जन हमें जीवन की अस्थायी प्रकृति का बोध कराता है और यह संदेश देता है कि हमें नकारात्मकता और अहंकार का त्याग करके नई शुरुआत करनी चाहिए।
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