BSE Share Price और SEBI का नया सुझाव – प्री-IPO ट्रेडिंग के लिए विनियमित प्लेटफॉर्म
मुंबई: BSE Share Price और भारतीय शेयर बाजार इन दिनों लगातार सुर्खियों में हैं। गुरुवार को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के अध्यक्ष तुहिन कांत पांडे ने निवेशकों के लिए एक बड़ा सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि भारत को प्री-IPO शेयर ट्रेडिंग के लिए एक विनियमित प्लेटफ़ॉर्म बनाने की दिशा में सोचना चाहिए।
प्री-IPO शेयर ट्रेडिंग की ज़रूरत क्यों?
पांडे ने FICCI द्वारा आयोजित पूंजी बाजार सम्मेलन में कहा कि प्री-लिस्टिंग की जानकारी अक्सर निवेशकों को पूरी तरह से पारदर्शिता नहीं देती। ऐसे में निवेशकों को सही निर्णय लेने में दिक्कत होती है।
👉 वर्तमान में भारत के IPO बाजार में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है।
👉 वित्त वर्ष 2025 में ₹4.3 ट्रिलियन जुटाए गए हैं और आने वाले महीनों में ₹1.4 ट्रिलियन जुटाए जाने की उम्मीद है।
👉 BSE Share Price में उतार-चढ़ाव और तेजी के बीच प्री-IPO निवेशक भी जोखिम उठा रहे हैं।
प्री-IPO शेयर खरीदने की प्रक्रिया
प्री-IPO शेयर ट्रेडिंग भारत में धीरे-धीरे लोकप्रिय हो रही है। इन शेयरों को खरीदने के लिए निवेशकों के पास एक डीमैट खाता होना चाहिए।
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प्लेटफ़ॉर्म या डीलर ये शेयर कर्मचारियों, शुरुआती निवेशकों या प्रमोटरों से एकत्र करते हैं।
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निवेशकों को इन शेयरों को खरीदने के लिए विभिन्न खुलासों और शर्तों का पालन करना होता है।
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BSE Share Price पर इसका सीधा असर देखने को मिल सकता है क्योंकि निवेशक पहले से ही किसी कंपनी के वैल्यूएशन का अंदाज़ा लगा सकते हैं।
SEBI का दृष्टिकोण – जोखिम और अवसर
SEBI चेयरमैन पांडे ने कहा कि किसी भी नियामक बदलाव का उद्देश्य निवेशकों को जोखिम प्रबंधन के साथ नए अवसर उपलब्ध कराना होना चाहिए।
उन्होंने सवाल उठाया कि धन उगाहने, प्रकटीकरण और निवेशक ऑनबोर्डिंग में जो अनावश्यक बाधाएँ हैं, उन्हें कैसे दूर किया जा सकता है।
IPO मार्केट और BSE Share Price का भविष्य
विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर प्री-IPO ट्रेडिंग के लिए एक विनियमित प्लेटफॉर्म बनाया गया, तो इससे BSE Share Price में पारदर्शिता आएगी और निवेशकों को पहले से ही कंपनियों के मूल्यांकन का सही अंदाज़ा लगेगा।
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इससे खुदरा निवेशकों के लिए जोखिम कम होगा।
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IPO में निवेश का दायरा और व्यापक होगा।
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BSE Share Price अपडेट्स और IPO लिस्टिंग्स के बीच बेहतर संबंध स्थापित होगा।
निष्कर्ष
भारतीय पूंजी बाजार में तेजी और IPO की बूम के दौर में BSE Share Price को लेकर निवेशकों की दिलचस्पी लगातार बढ़ रही है। सेबी का यह सुझाव भारतीय स्टॉक मार्केट में पारदर्शिता और नवाचार को नई दिशा दे सकता है। अब देखना यह होगा कि आने वाले समय में सरकार और नियामक संस्थाएँ इस पर क्या कदम उठाती हैं।