Conjuring The Last Rites: हॉरर की दुनिया का आखिरी अध्याय या अधूरी विदाई
हॉरर फिल्मों के शौकीनों के लिए बड़ी खबर है। लंबे इंतजार के बाद Conjuring The Last Rites रिलीज़ के लिए तैयार है। पिछले एक दशक में Conjuring Universe ने दर्शकों को कभी गुड़ियों, कभी ननों और कभी श्रापित घरों से डराया है। अब इस फ्रैंचाइज़ी का आखिरी चैप्टर Conjuring The Last Rites पर्दे पर है।
Conjuring The Last Rites की कहानी
Video Courtesy by Youtube.
फिल्म का केंद्र इस बार वॉरेन परिवार की निजी लड़ाई है। लॉरेन वॉरेन को सिर्फ अजनबियों की नहीं, बल्कि अपने परिवार को खोने का डर है। पति, बेटी और दामाद पर मंडराता खतरा कहानी को पहले से ज्यादा इमोशनल और गहराई से जोड़ता है। यही पहलू Conjuring The Last Rites को बाकी फिल्मों से अलग करता है।
Conjuring The Last Rites का अभिनय और निर्देशन
एड और लॉरेन वॉरेन का किरदार निभाने वाले पैट्रिक विल्सन और वेरा फ़ार्मिगा ने फिल्म को मजबूती दी है। उनकी जोड़ी हमेशा की तरह असरदार साबित होती है। निर्देशक माइकल चाव्स ने माहौल को डरावना बनाने में कमाल दिखाया है, लेकिन पटकथा कमजोर पड़ जाती है। Conjuring The Last Rites का पहला हिस्सा दर्शकों को डरा देता है, लेकिन दूसरा हिस्सा पुराने फार्मूले पर टिक जाता है।
Conjuring The Last Rites में डर और ड्रामा
फिल्म की शुरुआत दमदार है। अंधेरे में आवाजें, साये और रहस्यमयी माहौल आपको बेचैन कर देता है। लेकिन धीरे-धीरे कहानी पुराने ट्रैक पर लौट जाती है। क्लाइमेक्स जहां दर्शक किसी बड़े धमाके की उम्मीद करते हैं, वहीं फिल्म सामान्य स्तर पर खत्म हो जाती है।
Conjuring The Last Rites क्यों देखें

यह फिल्म सिर्फ हॉरर नहीं, बल्कि एक विदाई भी है। इसमें पुराने किरदारों की झलक और सरप्राइज कैमियो दर्शकों को भावुक कर देते हैं। पोस्ट क्रेडिट सीन में असली एड और लॉरेन वॉरेन के फुटेज दिखाए गए हैं, जो इस यात्रा को और व्यक्तिगत बना देते हैं।
Conjuring The Last Rites का निष्कर्ष
Conjuring The Last Rites हॉरर और इमोशन्स का मिश्रण है। डर कम है, लेकिन भावनाओं का असर ज्यादा है। यह फिल्म उन दर्शकों के लिए खास है जिन्होंने वॉरेन परिवार के साथ पूरा सफर तय किया है। भले ही डराने में यह पिछली फिल्मों से पीछे रह गई हो, लेकिन विदाई के लिहाज से यह एक जरूरी फिल्म है।
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