17 साल की कथा ,कैद, अदालतें, अपीलें—एक लंबी कानूनी यात्रा ,टाइमलाइन बार: 2008 → 2025

हीरो, विलेन या नागरिक?

क्या फिर से सक्रिय राजनीति? जनमानस में चर्चा

मुंबई बदल गई ,17 साल में शहर, क्राइम-पैटर्न, डिजिटल युग 

मुंबई बदल गई

रिहाई का पल ,परिवार, समर्थक, नारों के बीच स्वागत

सुधार, समाज में पुनर्वास